रात के अंधेरे में प्रकाश  की रोशनी  में अवैध रेत से भरे दौड़ते टेªक्टर रवि के किरणों के उगते ही नदारत
पुलिस के संरक्षण में खुलेआम रेत का अवैध खनन परिवहन कर रहा बंटी
इन्ट्रो-
 3 माह से लगातार अवैध खनन और परिवहन को खुला संरक्षण देकर बिजुरी थाना खनन माफिया बंटी को किसके कारण अभय दान दे रहा है यह जांच का विषय है लेकिन पुलिस के खुला संरक्षण के कारण खनिज विभाग टीम से जबरन पकड़े गए ट्रैक्टर को छुड़ाने का आरोपी बंटी और टीम के कारण बिजुरी क्षेत्र में अवैध खनन और परिवहन दिन दूनी रात चैगुनी की रफ्तार से बढ़ रहा है।
(तीरथ प्रसाद मिश्रा)
बिजुरी।
 बिजुरी नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध खनन और परिवहन का काला धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। निगवानी, सारंगढ़, डोगरिया कलपा में वन विभाग की जमीन झाझरिया टोला से खुले आम अवैध रेत खनन का कार्य चल रहा है। यही नहीं पहले रात में चल रहे अवैध परिवहन अब दिनदहाड़े हो रहा है जिसका जीता जागता प्रमाण बिजुरी क्षेत्र के कोने-कोने में जगह-जगह लगे रेत अवैध भंडार गवाही दे रहे हैं। आप बिजुरी नगर पालिका की सड़कों पर निकले तो जगह-जगह सड़कों के किनारे रेत के भंडार दिखाई पड़ेंगे। शाम को जहां पर जगह खाली रहती है सुबह वहीं पर रेत गिरा मिलता है जबकि बिजुरी थाना की पुलिस कहती है कि अवैध रेत का खनन और परिवहन नहीं हो रहा है जबकि सुबह सड़कों पर गिरे रेत और रात में चमकते प्रकाश की रोशनी में सरपट दौड़ते ट्रैक्टर सुबह रवि के उगते ही सड़कों से नदारत होते है उसके बाद शुरू होती है 18 की गणित इस बात की चिख-चिख कर गवाही दे रहे हैं कि बंटी पुलिस के संरक्षण में अवैध रेत के कारोबार में रोजाना लाखों रुपए पीट रहा है।
फ्लाई ओवर के निर्माण में कहां से आ रही है रेत 


बिजुरी नगर पालिका क्षेत्र में इस समय तो सैकड़ो निर्माण कार्य चल रहे हैं लेकिन फिलहाल वर्तमान में बन रहा फ्लाई ओवर अवैध रेत खपत का सबसे बड़ा केंद्र बिंदु बना हुआ है। सूत्रों की माने तो यहां पर रोजाना 20 से 25 ट्रिप हाईवा रेत की खपत रोजाना हो रही है यह रेत कहां से आ रही है यह तो पता नहीं लेकिन रात के अंधेरे में यहां पर गिरते रेत इस बात की गवाही है कि इस समय यह स्थल अवैध रेट के खपत का सबसे बड़ा केंद्र बिंदु बना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि अमन सेठी की जो कंपनी यहां से रेत का ठेका छोड़कर अपना बोरिया बिस्तर बांध के चली गई है उस कंपनी से टीपी खरीद कर फ्लावर का ठेकेदार अपने पास रखे हुए हैं और इस तप को बार-बार दिखाते हैं जबकि इस फ्लाईओवर के निर्माण में रोजाना जितनी रेत की खपत है इसका आकलन कर लिया जाए तो यहां के ठेकेदार के पास इस सवाल का जवाब नहीं होगा कि यह रेत कहां से आ रही है।
रात के प्रकाश में दौड़ते ट्रैक्टर रवि के उगते ही सड़कों से नदारत


बिजली क्षेत्र में इस समय इस बात की चर्चा जोड़ों पर है कि रात होते ही प्रकाश की रोशनी में दौड़ते सैकड़ो ट्रैक्टर जिन में अवैध रेत लगा हुआ रहता है सुबह जैसे ही रवि की किरदे निकलती है उसी समय यह ट्रैक्टर सड़कों से गायब हो जाते हैं उसके बाद सड़कों पर दिखाई पड़ता है जगह-जगह रेत का अवैध भंडार वैसे यह सब तो बिजली थाने के पुलिस के संरक्षण में हो रहा है और इस बात की गवाही कोई और नहीं कई बार पुलिस और अवैधिवत्त के कारोबार में जुड़े माफियाओं के हो रहे ऑडियो से भी मिलता है। सूत्रों का दावा है कि पुलिस और रेत माफियाओं के बीच में दलाली के कार्य में जुटे कुछ सामाजिक व्यक्ति प्रकाश की रोशनी में खनिज विभाग की टकवारी में लगे रहते हैं स यहां पर यह भी बता दिया जाए कि यह वही लोग हैं जो बिजुरी थाने के ठीक बगल में खनिज विभाग के सर्वे अमित वर्मा के साथ नोक झोक करके उनके कब्जे से जप्त किए ट्रैक्टर को छुड़ा ले गए थे। इनके खिलाफ खनिज विभाग की माइनिंग इंस्पेक्टर ईशा वर्मा ने बिजुरी थाने में लिखित शिकायत दी थी जिसे पुलिस ने एनसीआर तो कायम किया लेकिन आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जिसके कारण उक्त अपराधियों के हौसले बुलंद है और वह दुने जोश के साथ रेत के अवैध कारोबार में जुटे हुए हैं।
आखिर क्यों बेलगाम है बिजुरी पुलिस
वैसे तो इस समय पूरे जिले में अवैध रेत खनन और परिवहन का कार्य चल रहा है लेकिन जिस तरह से बिजुरी थाना अंतर्गत खुलेआम अवैध रेत का खनन और परिवहन हो रहा है उसको देखकर यह सवाल उठना लाजमी है कि ऐसा कौन सा कारण है जिसके कारण बिजुरी थाने की पुलिस अधिकारियों की भी ना सुनते हुए अवैध रेत के मामले में अपनी मनमानी में जुटी है। वैसे तो इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं लेकिन सबसे बड़ा कारण यही है कि बिजुरी थाना प्रभारी पर जिले के पुलिस कप्तान की भी पकड़ कमजोर है और भाजपा सरकार में अपनी ऊंची पहुंच के कारण बिजुरी थाना प्रभारी अपने विभाग के जिले के आला अधिकारियों तक को ठेंगा दिखा रहे हैं। जो इस समय पुलिस विभाग से लेकर आम जनता तक में चर्चा का विषय बना हुआ है।